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Tuesday, January 22, 2008

1. डॉ० राम प्रसाद सिंह

जन्म : 10 जुलाई 1933, ग्राम - बेलखरा, जिला - जहानाबाद (पूर्वज: ग्राम - भरकुण्डा, थाना-गोह, जिला - औरंगाबाद) ।
पेशा : अध्यापन कार्य, समाज सेवा
विविध : अनेक सामाजिक, सांस्कृतिक, भाषिक तथा साहित्यिक संस्थाओं के संस्थापक एवं संचालक ।
- डॉ॰ राम प्रसाद सिंह साहित्य पुरस्कार (5 हजार रु॰ प्रति वर्ष) के पुरस्कर्ता, मगही आन्दोलन के पुरोधा ।
1953-1972: अध्ययन काल में डॉ॰ सिंह, डॉ॰ राममनोहर लोहिया से प्रभावित हुए और सक्रिय राजनीति में संलग्न रहे । 1972 में समाजवादी पार्टी से बिहार विधान सभा के लिए चुनाव लड़कर राजनीति से संन्यास ले लिया और मातृभाषा मगही और भारतीय लोक संस्कृति की प्रतिष्ठा के लिए संघर्षरत हो गए ।
1977: मगही अकादमी (बिहार) की ऐतिहासिक स्थापना जिसके निदेशक और सचिव का भार डॉ॰ सिं को सौंपा गया ।
2002: मगही भाषा में विशेष योगदान हेतु डॉ.राम प्रसाद सिंह को साहित्य अकादमी भाषा सम्मान दिया गया ।

डॉ० राम प्रसाद सिंह द्वारा रचित / सम्पादित या उनसे सम्बन्धित रचनाएँ
(1) लोहा मरद (महाकाव्य) (रचना काल - 1973; प्रकाशन - 1988 या इसके बाद); x + 120 पृ०; मूल्य - 35/- रु०
(2) परस पल्लव (1977) , ii + 68 पृ०; मूल्य - 3/- रु०
(3) सोरही (मगही कहानी संग्रह) (1979); सं० - डॉ० राम प्रसाद सिंह; xiv + 60 पृ०; मूल्य - 5/- रु०
(4) मगही नव निबंध (1981); सं०- डॉ० राम प्रसाद सिंह; 20 पृ०; मूल्य - 5/- रु०
(5) सरहपाद (खण्डकाव्य) (1982); x + 54 पृ०; मूल्य - 10/- रु०
(6) मगही के मानक रूप (मगही निबंध संग्रह) (1987); सं० - डॉ० राम प्रसाद सिंह; xii + 56 पृ०; मूल्य - 12/- रु०
(7) झरोखा (मगही कविता संग्रह) (1987) -- सम्पादक - डॉ० राम प्रसाद सिंह, सह-सं० प्रो० रामनरेश प्रसाद वर्मा, प्रो० दर्शन सिंह, श्री राम विलास 'रजकण'; iv + 68 पृ०; मूल्य - 12/- रु०
(8) अकबर के कसमसाहट (चार पौराणिक-ऐतिहासिक एकांकी संग्रह) (10 जुलाई 1988); iv + 52 पृ०; मूल्य - सा०सं० 25/- रु०, रा०सं० 40/- रु०
(9) ललित निबंध आउ लोक साहित्य (10 जुलाई 1998), vi + 77 पृ०, मूल्य - सा०सं० 50/- रु०, रा०सं० 75/- रु०
(10) नरक सरग धरती (उपन्यास) (1992); xx + 212 पृ०; मूल्य - 50/- रु०
(11) मगध की लोककथाएँ : अनुशीलन (1 जुलाई 1996) ; viii + 139 पृ०; मूल्य - सा०सं० 75/- रु०, रा०सं० 125/- रु०
(12) मगध की लोककथाएँ : संचयन (16 अप्रैल 1997) ; xv + 290 पृ०; मूल्य - सा०सं० 100/- रु०, रा०सं० 200/- रु०
(13) मगही साहित्य का इतिहास ( 1998; पुनर्मुद्रण 1999); सं० - डॉ० राम प्रसाद सिंह, प्रो० राम बुझावन सिंह और डॉ० सम्पत्ति अर्याणी; x + 262 पृ०; मूल्य - 150/- रु०
(14) मगही लोकगीत के बृहद् संग्रह (दिसम्बर 1999), सं० डॉ० राम प्रसाद सिंह, सहायिका-संग्राहिका -- लालमणि कुमारी; xiv + 129 + 600 + 47 पृ०; मूल्य - सा०सं० 200/-रु०, रा०सं० 250/- रु०
(15) मगही कथा सम्राट् : डॉ० राम प्रसाद सिंह (2000); सं० - डॉ० सम्पत्ति अर्याणी, iv + 144 पृ०; मूल्य - 75/- रु०
(16) मेधा (जुलाई 2001); iv + 80 पृ०; मूल्य - 25/- रु०
(17) मगही के भारतेन्दु : डॉ० राम प्रसाद सिंह -- समीक्षा, संस्मरण और प्रशस्तियाँ (10 जुलाई 2002); सं० - प्रो० राम बुझावन सिंह, डॉ० सम्पत्ति अर्याणी, प्रो० रामनाथ शर्मा, डॉ० श्यामनन्दन शास्त्री 'हंसराज', प्रो० दलीप कुमार, राजेश्वर पाठक 'राजेश', केशव प्रसाद वर्मा, प्रो० रामनरेश वर्मा, राम विलास 'रजकण', प्रो० अभिमन्यु प्रसाद मौर्य, प्रो० उमाशंकर सिंह 'सुमन', प्रकाशक - मगही साहित्य सम्मेलन, बिहार (अछुआ-पाली), पटना; xviii + 340 + 22 पृ०; मूल्य - 251/- रु०

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