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Saturday, July 01, 2017

विश्वप्रसिद्ध रूसी नाटक "इंस्पेक्टर" ; अंक-5 ; दृश्य-8

दृश्य-8
(ओहे सब आउ पोस्टमास्टर)
पोस्टमास्टर - (हाथ में एगो खुल्लल पत्र लेले, हड़बड़ी में प्रवेश करते) एगो विचित्र मामला हइ, भद्रजन ! जे अफसर के हमन्हीं सब इंस्पेक्टर समझ लेते गेलिए हल, ऊ इंस्पेक्टर नयँ हलइ ।
सब कोय - की ? इंस्पेक्टर नयँ हलइ ?
पोस्टमास्टर - बिलकुल नयँ इंस्पेक्टर - हमरा ई बात पत्र से मालुम चललइ ...
मेयर - ई की कह रहलथिन हँ ? की कह रहलथिन हँ ? कइसन पत्र से ?
पोस्टमास्टर - ओकरे खुद के पत्र से । डाकखाना में हमरा भिर पत्र लावल गेलइ । पता पर नजर डललिअइ - देखऽ हिअइ - "पोस्ट ऑफिस स्ट्रीट" । हम तो भौंचक्का रह गेलिअइ । "खैर", हम सोचऽ हिअइ, "पक्का ओकरा डाक विभाग में अनियमितता देखाय देलके होत आउ प्राधिकारी के सूचित करब करऽ हइ ।" ओहे से हम लेलिअइ आउ खोल देलिअइ ।
मेयर - कइसे अपने एकरा ? ...
पोस्टमास्टर - हमरा खुद्दे नयँ पता, कोय अलौकिक शक्ति हमरा प्रेरित कइलकइ । हम एकरा स्पीड पोस्ट से भेजे खातिर एगो कुरियर के बोलवा पठइलिए हल - लेकिन उत्सुकता हमरा पर एतना हावी हो रहले हल, जेतना कभियो हम अनुभव नयँ कइलिए हल । हम अइसन नयँ कर सकऽ ही, नयँ कर सकऽ ही ! हमरा मानूँ सुनाय पड़ऽ हके, कि हम अइसन नयँ कर सकऽ ही ! लेकिन जइसे हमरा घींच रहल ह, अइकी हमरा घींच रहल ह ! आउ एक कान में हमरा अइकी ई सुनाय दे हके - "ए, मत खोल ! मुरगी नियन बरबाद हो जइमँऽ"; आउ दोसर कान में जइसे शैतान फुसफुसाब करऽ हके - "खोल, खोल, खोल ले !" आउ जइसीं मोहरी लाख (मुद्रण लाक्षा, sealing-wax) के दबलिअइ - त हमर नसवन (veins) में मानूँ आग लग गेलइ, लेकिन खोललिअइ - त मानूँ बरफ, भगमान कसम, बरफ लगलइ । आउ हाथ काँपे लगल, आउ हमर आँख के सामने अन्हेरा छा गेल ।
मेयर - लेकिन अपने हिम्मत कइसे कइलथिन एतना शक्तिशाली विशिष्टव्यक्ति के पत्र खोले के ?
पोस्टमास्टर - एहे तो बात हइ, कि ऊ कोय अधिकारसंपन्न प्रतिनिधि नयँ हइ आउ न कोय विशिष्टव्यक्ति !
मेयर - त अपने के विचार से ऊ केऽ हथिन ?
पोस्टमास्टर - न तो ई न ऊ; शैताने के मालुम कि ऊ केऽ हइ !
मेयर - (चिड़चिड़ाहट के साथ) कइसे न ई न ऊ ? अपने जुर्रत कइसे करऽ हथिन उनका 'न ई न ऊ' कहे के, आउ शैताने जाने कइसे ? हम अपने के गिरफ्तारी ...
पोस्टमास्टर - केऽ ? अपने ?
मेयर - हाँ, हम !
पोस्टमास्टर - कोशिश करके देख लेथिन !
मेयर - अपने जानऽ हथिन, कि ऊ हमर बेटी से शादी करे जा रहलथिन हँ, कि हम खुद एगो बड़गर व्यक्ति हो जइबइ, कि हम अपने के साइबेरिया भेज दे सकऽ हिअइ ?
पोस्टमास्टर - अजी, अंतोन अंतोनोविच ! साइबेरिया के की बात करऽ हथिन ? साइबेरिया दूर हइ । बेहतर हम अपने के पढ़के सुना दिअइ । भद्रजन ! हमरा ई पत्र पढ़के सुनावे के अनुमति देथिन !
सब कोय - पढ़थिन, पढ़थिन !
पोस्टमास्टर - (पढ़ऽ हइ) "हम तोरा ई बतावे में शीघ्रता कर रहलियो ह, प्रिय त्र्यापिच्किन, कि हमरा साथ कइसन-कइसन विचित्र घटना घट रहलो ह । रस्ता में पैदल सेना के कप्तान हमर जेभी साफ कर देलको, आउ सराय के मालिक हमरा जेल में डाले पर आमादा हो गेलो; कि अचानक, हमर पितिरबुर्ग के नाक-नक्शा आउ पोशाक देखके सब लोग हमरा गवर्नर-जेनरल समझ लेते गेलो । आउ अभी हम मेयर के घर में रहब करऽ हियो, मजे में हकियो, बेपरवाह ओकर घरवली आउ बेटी के साथ पीछू-पीछू घुम्मऽ हियो; खाली अभी तक निश्चय नयँ कइलियो ह कि केकरा साथ शुरू करिअइ - सोचऽ हिअइ, पहिले मइया के साथ, काहेकि लगऽ हइ ऊ अभी सब तरह के सेवा लगी तैयार हइ । आद आवऽ हको कि कइसे हमन्हीं गरीबी के जिनगी गुजारऽ हलिअइ, दोसर के खरचा पर खाना खइते जा हलिअइ, आउ कइसे पाई (pies) खाय के बिल एक तुरी अंगरेज राजा के खाता में डाल देवे के आधार पर हलुआय (हलवाई) हमर कालर धर लेलके हल ? अभी मामला बिलकुल अलग मोड़ ले लेलके ह । सब लोग हमरा जेतना उधार चाही ओतना देते जा हइ । भयंकर मौलिक जीव ! तूँ तो हँसते-हँसते मर जइबऽ । तूँ तो, हम जानऽ हियो, आलेख लिक्खऽ हकहो - ओकन्हीं के अपन साहित्य में जगह देहो । सबसे पहिले, मेयर - मूर्ख, गदहा नियन ..."
मेयर - ई नयँ हो सकऽ हइ ! ओकरा में ई नयँ हइ ।
पोस्टमास्टर - (पत्र देखावऽ हइ) खुद्दे पढ़ लेथिन ।
मेयर - (पढ़ऽ हका) "गदहा नियन" । नयँ हो सकऽ हइ ! अपने खुद्दे ई लिखलथिन हँ ।
पोस्टमास्टर - हम खुद कइसे लिख सकऽ हलिअइ ?
अरतेमी फ़िलिप्पोविच - पढ़थिन !
लुका लुकीच - पढ़थिन !
पोस्टमास्टर - (पढ़ना जारी रक्खऽ हइ) "मेयर - मूर्ख, गदहा नियन ..."
मेयर - ओह, शैतान पकड़े ! अभियो दोहरावे के की जरूरत हइ ! मानूँ हुआँ परी अइसूँ काफी नयँ हलइ !
पोस्टमास्टर - (पढ़ना जारी रखते) हूँ ... हूँ ... हूँ ... हूँ ... "गदहा नियन । पोस्टमास्टर भी निम्मन अदमी हइ ..." (पढ़ना बंद कर दे हइ ।) हूँ, हियाँ परी हमरो बारे अशिष्ट रूप से अभिव्यक्त कइलके ह ।
मेयर - नयँ, पढ़थिन !
पोस्टमास्टर - लेकिन काहे लगी ? ...
मेयर - नयँ, शैतान पकड़े, जब पढ़ना हइ, त पढ़ना हइ ! पूरा पढ़के सुना देथिन !
अरतेमी फ़िलिप्पोविच - किरपा करके हमरा देथिन, हम पढ़ऽ हिअइ । (चश्मा लगाके पढ़ऽ हइ ।) "पोस्टमास्टर हू-ब-हू हमन्हीं के विभाग के दरबान मिख़ेयेव नियन हइ; एहो नीच शायद पक्का पियक्कड़ होतइ ।"
पोस्टमास्टर - (दर्शक से) हूँ, कमीना लड़का, जेकरा कोड़ा लगावे के चाही; आउ कुछ नयँ !
अरतेमी फ़िलिप्पोविच - (पढ़ना जारी रखते) "अनुदान संस्थान के न्या ... या ... या ... (हकलाऽ हइ ।)
कोरोब्किन - अपने रुक काहे गेलथिन ?
अरतेमी फ़िलिप्पोविच - हाँ, लिखावट साफ नयँ हइ ... लेकिन, ई बात साफ हइ, कि ऊ बदमाश हइ ।
कोरोब्किन - हमरा देथिन ! हमरा लगऽ हइ कि हमर नजर जरी बेहतर हइ । (पत्र ले हइ ।)
अरतेमी फ़िलिप्पोविच - (पत्र बिन लेते) नयँ, ई जगह छोड़ देल जा सकऽ हइ, लेकिन आगू लिखावट साफ हइ।
कोरोब्किन - माफ करथिन, लेकिन हम पढ़ सकऽ हिअइ ।
अरतेमी फ़िलिप्पोविच - हमहूँ पढ़ सकऽ हिअइ; आगू, सचमुच, सब कुछ साफ हइ ।
पोस्टमास्टर - नयँ, पूरा पढ़थिन ! पहिले तो सब कुछ पढ़ल गेलइ । सब कुछ । देथिन, अरतेमी फ़िलिप्पोविच, पत्र देथिन ! (कोरोब्किन से) पढ़थिन !
अरतेमी फ़िलिप्पोविच - अइकी लेथिन । (पत्र दे हइ ।) अइकी, किरपा करके ... (अंगुरी से पत्र के एक अंश छिपइते) अइकी हियाँ से पढ़थिन ।
(सब कोय ओकरा घेर लेते जा हइ ।)
पोस्टमास्टर - पढ़थिन, पढ़थिन ! बकवास, पूरा पढ़थिन !
कोरोब्किन - (पढ़ते) "अनुदान संस्था के न्यासी ज़िम्ल्यानिका - टोपी में पक्का सूअर लगऽ हइ ।
अरतेमी फ़िलिप्पोविच - (दर्शक से) आउ ई कोय अकलमंदी के बात नयँ हइ ! टोपी में सूअर ! काहाँ परी सूअर टोपी में रहऽ हइ ?
कोरोब्किन - (पढ़ना जारी रखते) "स्कूल इंस्पेक्टर के पूरे देह से तो प्याज के गन्ह आवऽ हइ ।"
लुका लुकीच - (दर्शक से) भगवान कसम, हम तो मुँह में कभी प्याज नयँ डललिअइ ।
आम्मोस फ़्योदरोविच - (स्वगत) भगमान के किरपा से, चलऽ, कम से कम हमरा बारे कुछ नयँ हइ !
कोरोब्किन - (पढ़ऽ हइ) "जज ..."
आम्मोस फ़्योदरोविच – (स्वगत) हलऽ लऽ, अइकी तूँहूँ लऽ ! (प्रकट) भद्रजन, हमरा लगऽ हइ, कि पत्र बहुत लमगर हइ। भाड़ में जाय ई पत्र - अइसनका बकवास केऽ पढ़े लगी चाहतइ ।
लुका लुकीच - नयँ !
पोस्टमास्टर - नयँ, पढ़थिन !
अरतेमी फ़िलिप्पोविच - नयँ, पढ़ना जारी रखथिन !
कोरोब्किन - (पढ़ना जारी रक्खऽ हइ) "जज ल्यापकिन-त्यापकिन हद दर्जा के मोवे तोन [mauvais ton - (फ्रेंच) अशिष्ट व्यक्ति] हइ ..." (रुक जा हइ) लगऽ हइ कि ई फ्रेंच शब्द हइ ।
आम्मोस फ़्योदरोविच - ई तो शैताने के मालुम कि एकर की मतलब होवऽ हइ ! अगर खाली "बदमाश" होवऽ हइ, तइयो चलतइ, लेकिन शायद एकरो से बत्तर हो सकऽ हइ ।
कोरोब्किन - (पढ़ना जारी रखते) "लेकिन कुल मिलाके, ई लोग अतिथिसत्कारशील आउ नेकदिल हका । अलविदा प्रिय त्र्यापिच्किन । तोर मिसाल पर चलके हम खुद साहित्य साधना में लग्गे लगी चाहऽ ही । अइसे जीना तो, भाय, उबाऊ हइ; आखिर आत्मा लगी कुछ तो भोजन चाही । हमरा लगऽ हइ, कुछ तो बड़गो चीज में रमना चाही । हमरा ई पता पर लिखिहऽ : ग्राम - पोदकातिलोव्का, प्रान्त - सरातोव ।" (पत्र उलटऽ हइ आउ पता पढ़ऽ हइ) तत्रभवान् उच्चकुलीन (His Highborn !), मिस्टर इवान वसिल्येविच त्र्यापिच्किन, प्रांगण में, दहिना तरफ, तेसरा मंजिला, 97 पोस्ट ऑफिस स्ट्रीट, पितिरबुर्ग ।"
महिला लोग में से एक - कइसन अप्रत्याशित रेप्रिमाँद [reprimande - (फ्रेंच) reprimand, फटकार] हइ !
मेयर - ई तो पीठ में छूरा भोंकलकइ, पक्का हमर पीठ में छूरा भोंकलकइ ! हम तो बरबाद, बरबाद, बिलकुल बरबाद हो गेलूँ ! हमरा कुछ नयँ देखाय दे हके । हमरा तो चेहरा के बदले कइसनो सूअर के थोथना देखाय दे हके, आउ एकरा से जादे कुछ नयँ ... ओकरा पकड़, पकड़के लाव ! (बाँह लहरावऽ हका ।)
पोस्टमास्टर - अब काहाँ पकड़ाय वला ! हम तो जानबूझके स्टेशनमास्टर के सबसे निम्मन त्रोयका (तीन घोड़ा जोतल घोड़ागाड़ी) देवे लगी औडर देलिअइ, शैतान हमरा तो प्राथमिकता-अनुज्ञापत्र भी देवे लगी प्रेरित कइलकइ ।
कोरोब्किन के पत्नी - ई तो अप्रतिम उलझन हइ !
आम्मोस फ़्योदरोविच - लेकिन, शैतान पकड़े, भद्रजन ! ऊ तो हमरा हीं से तीन सो रूबल उधार ले लेलकइ ।
अरतेमी फ़िलिप्पोविच - हमरो हीं से तीन सो रूबल ।
पोस्टमास्टर - (आह भरऽ हइ) ओह ! आउ हमरो हीं से तीन सो रूबल ।
बोबचिन्स्की - प्योत्र इवानोविच आउ हमरा हीं से पैंसठ बैंकनोट ले लेलकइ जी, हाँ जी ।
आम्मोस फ़्योदरोविच - (किंकर्तव्यविमूढ़ता में अपन बाँह पसारऽ हइ) ई सब कइसे हो गेलइ, भद्रजन ? कइसे  ई सब होलइ, वास्तव में, कि हमन्हीं अइसन गलती कर बैठते गेलिअइ ?
मेयर - (अपन निरार ठोंकते) हम कइसे ? नयँ, हम कइसे अइसन बुढ़गर बेवकूफ बन गेलिअइ ? मूर्ख भेड़ा नियन जीलँऽ, तोर दिमाग फिर गेलो ह ! ... तीस साल से सरकारी सेवा में हकूँ; न तो एक्को व्यापारी, न एक्को ठेकेदार हमरा ठग पइलक; बदमाश पर बदमाश के हम धोखा देलूँ, अइसन-अइसन धूर्त आउ धोखेबाज लोग के, जे पूरे दुनियाँ के लुट्टे लगी तैयार हलइ, हम अपन बंसी (हुक) में फँसइलूँ हँ ! तीन-तीन गो गवर्नर के झाँसा देलूँ हँ ! ... गवर्नर की ! (बाँह लहरइते) गवर्नर के बारे तो कुछ बोलहीं के जरूरत नयँ ...
आन्ना अंद्रेयेव्ना - लेकिन अइसन नयँ हो सकऽ हइ, अंतोशा - ऊ माशेन्का के साथ सगाय कर चुकले ह ...
मेयर - (गोस्सा से) सगाय कइलके ह ! ठेंगा के साथ - एहे हइ तोर सगाय ! सगाय के साथ हमर आँख में घुसतइ! ... (क्रोधावेश में) अइकी देखते जा, देखऽ, पूरा संसार देखे, पूरा क्रिश्चियन लोग, सब कोय देखऽ, कि ई मेयर कइसन उल्लू बनलइ ! ई बेवकूफ के, बेवकूफ, लुच्चा बुढ़उ के ! (खुद के मुक्का से धमकी दे हइ ।) ए तूँ, मोटनक्का (मोटगर नाक वला) ! एगो दुब्बर-पातर, दबैल अदमी के महत्त्वपूर्ण व्यक्ति समझ लेलहीं ! अइकी ऊ अब रस्ता भर घंटी बजइते जइतउ ! ई खिस्सा के पूरे संसार में फैलइतउ । नयँ खाली तूँ उपहास के पात्र बनमँऽ, बल्कि कोय अदना लेखक अइतउ, कागज काला करे वला, आउ तोरा एगो हास्य नाटक (कॉमेडी) में उतार देतउ । एहे तो बेइज्जती के बात हउ ! रैंक चाहे प्रतिष्ठा के भी नयँ छोड़तउ, आउ सब कोय दाँत निपोरतउ आउ ताली बजइतउ । अपने सब हँस काहे लगी रहलथिन हँ ? ... -- अपने खुद पर हँस रहलथिन हँ ! ... ओह अपने ! ... (गोस्सा में फर्श पर गोड़ पटकऽ हका) हम ई सब्भे कागज के काला करे वला के ! ओह ! अदना लेखक, अभिशप्त उदारवादी ! शैतान के बच्चे ! -- तोहन्हीं सब के एक गाँठ में बान्ह देबउ, आउ तोहन्हीं सब के पीसके चूर कर देबउ आउ शैतान के अस्तर में डाल देबउ ! हुआँ ओकरे टोपी में ! ... (मुक्का से घुसेड़े के इशारा करऽ हका आउ एड़ी से फर्श पर ठोकर मारऽ हका । कुछ देर चुप्पी साधला के बाद) अभियो तक हम अपन होश नयँ सँभाल पा रहलूँ हँ । ई सच हइ, कि जब भगमान दंड देवे लगी चाहऽ हइ, त सबसे पहिले बुद्धि हर ले हइ । अच्छऽ, ई बक्की (बकवास करे वला) में इंस्पेक्टर नियन की हलइ ? कुच्छो नयँ हलइ ! आधो अंगुरी भर समानता नयँ हलइ - आउ अचानक सब कोय कहे लगलइ - इंस्पेक्टर ! इंस्पेक्टर ! अच्छऽ, के सबसे पहिले टुभकलइ कि ऊ इंस्पेक्टर हइ? उत्तर देथिन !
अरतेमी फ़िलिप्पोविच - (अपन बाँह फैलइते) आखिर ई कइसे होलइ, बल्कि मारियो देल जाय तइयो हम समझा नयँ सकऽ हिअइ । ई मानूँ कइसनो कुहासा हलइ जे हक्का-बक्का कर देलकइ, ई शैतान के काम हलइ ।
आम्मोस फ़्योदरोविच - अच्छऽ, केऽ पहिले टुभकलइ - अइकी ई टुभकलइ - ई दुन्नु छोकरा ! (दोबचिन्स्की आउ बोबचिन्स्की दने इशारा करऽ हइ ।)
बोबचिन्स्की - ए, ए, हम नयँ ! हम तो सोचवो नयँ कइलिअइ ...
दोबचिन्स्की - हम तो कुछ नयँ, बिलकुल कुछ नयँ कइलिअइ ...
अरतेमी फ़िलिप्पोविच - निस्संदेह अपने दुन्नु ।
लुका लुकीच - जाहिर हइ । सराय से दौड़ल पागल नियन अइते गेलहो - "आ गेलइ, आ गेलइ आउ बिल नयँ चुकावऽ हइ ..." एगो निम्मन पक्षी खोज लेलहो !
मेयर - वास्तव में, तोहन्हीं ! शहरी गपोड़ेबाज, अभिशप्त मिथ्याभाषी !
अरतेमी फ़िलिप्पोविच - शैतान तोर इंस्पेक्टर आउ कहानी के साथ तोहन्हीं के लेके जाव !
मेयर - शहर में एन्ने-ओन्ने घूमते रहऽ हो आउ सब के भ्रमित करते रहऽ हो, अभिशप्त गप्पी ! अफवाह फैलावऽ हो, छोटकुन्ना पूँछ वला मुटरी (magpies)!
आम्मोस फ़्योदरोविच - अभिशप्त फूहड़ !
लुका लुकीच - मूरख !
अरतेमी फ़िलिप्पोविच - छोटकुन्ना पेट वला छुटभैया (बौना) !
(सब कोय ऊ दुन्नु के घेर लेते जा हइ ।)
बोबचिन्स्की - भगमान कसम, ई हम नयँ हलिअइ, बल्कि प्योत्र इवानोविच ।
दोबचिन्स्की - ए, नयँ, प्योत्र इवानोविच, अपने ऊ पहिला व्यक्ति हलथिन जे ...
बोबचिन्स्की - नयँ, नयँ; अपने ऊ पहिला व्यक्ति हलथिन ।

  
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